अपनी ज़िंदगी की 100 % जिम्मेदारी लीजिये
"आपको निजी तौर पर जिम्मेदारी लेनी होगी ,आप समस्याओं,हवा और मौसम का रुख नहीं बदल सकते ,लेकिन आप खुद को बदल सकते है। दोस्तों ,अगर आप सपनों की ज़िंदगी जीना चाहते है,आप आमिर बनना चाहते है ,आप Target(लक्ष्य) पाना चाहते है तो आप को अपनी जिंदगी की जिम्मेदारी लेनी पड़ेगी। इसमें आपका मौजूदा हालात ,स्व्स्थ ,पैसा ,कर्जा सब कुछ शामिल है। औसत लोग अपनी ज़िंदगी के जो हिस्से ठीक नहीं लगते उनके लिए बहार के किसी कारण को जिम्मेदार ठहराते है। हम अपने माता -पिता,मीडिया ,अपने साथ काम करने वालों ,अपनी कुंडली ,पैसों का अभाव जिस-जिस को दोषी ठहरा सकते है ,दोषी ठहराते है।हम वहां कभो नज़र नहीं डालते जहाँ समस्या की जड़ होती है। " यानि खुद पर " 100 % जिम्मेदारी लेने का मतलब है हम कबूल करते है की अब तक हमारे साथ हमारी ज़िंदगी में जो कुछ भी हुआ है उसके हम खुद ही जिम्मेदार है।
अमीरों की 20 आदतें जो उन्हें बनाती है बेहद खास
दोस्तों, अगर हम सचमुच सफल होना चाहते है तो दूसरों को दोषी ठहराना और शिकायत करना हमें बंद करना होगा। हमारी असफलता का कारण और कोई नहीं हम खुद है. आपको कामयाब होने में बाहरी कारण नहीं रोकते है बल्कि -आप खुद ही है जो खुद को रोकते है ,कोई भी काम करने ,कोई भी लक्ष्य पाने में ,हम हमेशा खुद को शिक्षित होने से रोकते है ,नए कौशल सिखने में आनाकानी करते है ,फालतू की गप -शप में जुटे रहते है ,अस्वस्थकारी चीज़ें खाते है ,आमदनी से ज्यादा खर्च करते है ,सुबह उठ कर व्यायाम करने से बचते है। हम नकरात्मक सोच की जगह सकरात्मक सोच सकते है बदकिस्मती से हममें से अधिकांश लोग अपनी आदतों के इस तरह गुलाम होते है की हम अपनी आदतों को नहीं बलदते है। हम आज जो भी अनुभव करते है वो हमारे अतीत में किये गए चुनावों का परिणाम है। आपकी अपनी ज़िंदगी में सिर्फ तीन चीज़ों का नियंत्रण होता है -जो आप सोचते है ,जिन छवियों की आप कल्पना करते है और जो कदम आप उठाते है अगर आप वही करते रहेंगे ,जो आप करते आये है तो आपको वही मिलता रहेगा,जो हमेशा मिलता रहा है। आप की ज़िंदगी तभी बदलेगी जब आप की प्रतिक्रिया बदलेगी। अपनी सोच बदलो ज़िंदगी बदलो । जब तक आप किसी व्यक्ति या चीज़ को अपनी असफलता के लिए दोषी ठहराना जारी रखेंगे तब तक आप को सफलता नहीं मिलेगी। लोग उन्ही चीज़ों की शिकायत करते है जिनके बारे में वे कुछ कर सकते है जैसे :- जंक फ़ूड छोड़ कर मोटापा काम कर सकते है , सबसे बड़ा रोग क्या कहंगे लोग वाली विचारधारा बदल सकते है ,दोस्तों आप को बेहतर नौकरी मिल सकती है ,आप अपना लक्ष्य पा सकते है ,लेकिन इन सारी चीज़ों को पाने के लिए आप को बदलना होगा। अगर आप सब कुछ पा सकते है तो आप ये काम करते क्यों नहीं हो ? आप ये काम इस लिए नहीं करते क्योंकि इन कामों के साथ जोखिम जुड़ा है। आप बेरोजगार होने ,अकेले पड़ जाने या दूसरों के हंसी -मजाक (बसे बड़ा रोग क्या कहेंगे लोग) का निशाना बनने का जोखिम लेने से डरते है। आप के पास दो रस्ते है या तो जिस स्तिथि में आप आज हो वहीँ रहने का चुनाव कर लीजिये या जिम्मेदारी कबूल कीजिये और शिकायत करना बंद कीजिये और जैसी ज़िंदगी आप जीना चाहते है ,वैसी ज़िंदगी बनाने का जोखिम उठाएं। शिकयती टट्टुओं के साथ समय बिताना बंद कीजिये और अपने सपनों की ज़िंदगी को साकार करने का काम चालू कीजिये।
दोस्तों आप को मेरी ये पोस्ट कैसी लगी.मुझे पूरी उम्मीद है मेरी ये पोस्ट आप के लिए Helpful होगी.ऐसी और भी अच्छी अच्छी पोस्ट पढ़ने के लिए मेरे ब्लॉग https://successmantralife.blogspot.in/को Like और Share जरूर करें. दोस्तों ताकि मै आप के लिए अच्छी-अच्छी और लाभदायक पोस्ट करता रहूं
You Can |
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